रायपुर। प्रदेश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने कोहराम मचा रखा है। कोरोना वायरस की जद में आने वालों की लगातार मौत हो रही है। रायपुर नगर निगम ने जहां श्मशान घाटों की संख्या में वृद्धि कर दी है, तो वहीं प्रदेश में पहली बार कोरोना से मरने वाले शवों का अंतिम संस्कार करने वालों के लिए प्रत्येक जोन में अलग-अलग टेंडर जारी कर रही है। नगर निगम द्वारा जारी ठेके में ठेकेदार को अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी से लेकर पीपी कीट तक की सारी व्यवस्था मुहैया करानी है।

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दरअसल, कोरोना संक्रमण से मौतों का सिलसिला दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। ऐसे में शवों के अंतिम संस्कार के लिए शिफ्ट के हिसाब से कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जा रही है। ठेकेदार के चार से पांच कर्मचारी प्रत्येक श्मशान घाट पर नियुक्त किए गये हैं। वर्तमान में रायपुर नगर निगम के जोन क्रमांक पांच दो महीने का टेंडर जारी हुआ है। वहीं जोन क्रमांक दो में सोमवार तक टेंडर जारी हो जाएगा। नगर निगम के अधिकारी का कहना है कि व्यवस्था न बिगड़े इसलिए ऐसी व्यवस्था की जा रही है।

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ज्ञात हो कि रायपुर जिले में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इनमें दूसरे जिलों से अति गंभीर स्थिति में रेफर किए जा रहे मरीज भी शामिल हैं। ऐसे में शवों का सुरक्षित दाह संस्कार सबसे बड़ी चुनौती बन गया है। शवों से किसी को भी संक्रमण न फैले, इसलिए जरूरी है कि पूरे प्रोटोकॉल के तहत तमाम रीति-रिवाजों को भी ध्यान में रखते हुए उनका दाह संस्कार करना।

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मगर, कोरोना से बढ़ती मौत के चलते निगम द्वारा बनाए गये 12 श्मशान घाट कम पड़ने लगे थे। जिसको देखते हुए निगम ने 13 श्मशान घाट नए शुरु कर दिए हैं। मगर, श्मशान घाटों पर शव को जलाने वालों की संख्या कम थी इसको देखते हुए निगम अपने प्रत्येक जोन में शवों के अंतिम संस्कार के लिए टेंडर जारी कर रहा है।

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जोन पांच में सबसे पहले शुरु

जोन क्रमांक पांच के कमिश्नर चंदन शर्मा ने बताया कि वर्तमान में उनको सरयू बांधा श्मशान घाट की जिम्मेदारी मिली है। सरयू बांधा श्मशान घाट पर शवों को जलाने के लिए दो महीने का 50 के अंतिम संस्कार के लिए दो लाख 11 हजार का टेंडर जारी किया गया है। ठेकेदार सिर्फ शव को जलाने का काम करेगा बाकि अंतिम संस्कार में उपयोग आने वाली वस्तुओं को निगम से मुहैया कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि वर्तमान में सरयू बांधा श्मशान घाट में रोजाना आठ से दस शव का अंतिम संस्कार किया जा रहा है।

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जोन दो में सोमवार को जारी होगा टेंडर

जोन क्रमांक दो के कमिश्रर विनय मिश्रा ने बताया कि कोरोना से बढ़ते मौत के आंकडों को देखते हुए शव को जलाने के लिए छह माह का टेंडर जारी करने की स्वीकृति मिली है। सोमवार तक टेंडर जारी किया जाएगा। टेंडर दो प्रकार का किया जाएगा।

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इसमें एक टेंडर शव जलाने के लिए दो दूसरा शव जलाने की सामग्री जैसे लकड़ी, पीपीकीट और राल आदि का टेंडर अलग से होगा। टेंडर प्रक्रिया रेट के आधार पर होगा जिसका रेट कम होगा उसको टेंडर जारी किया जाएगा। देवेन्द्र नगर मुक्तिधाम में वर्तमान में एक दिन में करीब दस शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है।

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वर्तमान में निगम दे रहा 15 हजार महीने

निगम से मिली जानकारी के अनुसार वर्तमान में श्मशान घाट पर शव जलाने वाले एक कर्मचारी को 15 हजार रुपये महीने तथा कोरोना के शव को जलाने पर प्रत्येक शव पर एक हजार रुपये अतिरिक्त निगम द्वारा दिया जा रहा है।

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