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अमीर खान मुत्ताकी ने सहारनपुर में दारुल उलूम देवबंद का दौरा किया, उनका भव्य स्वागत किया गया और भारत-अफगानिस्तान के मजबूत संबंधों और भविष्य के राजनयिक सहयोग की आशा व्यक्त की।

तालिबान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में दारुल उलूम देवबंद का दौरा किया। (पीटीआई)
अफगानिस्तान के तालिबान विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में दारुल उलूम देवबंद इस्लामिक मदरसा का दौरा किया और कहा कि भविष्य में भारत-अफगानिस्तान संबंध मजबूत होंगे।
भारत की छह दिवसीय यात्रा पर आए मुत्ताकी अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ सड़क मार्ग से दिल्ली से देवबंद पहुंचे। समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, इस्लामिक मदरसा में दारुल उलूम देवबंद के मोहतमिम (कुलपति) अबुल कासिम नोमानी, जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी और दारुल उलूम के अधिकारियों ने पुष्प वर्षा के बीच उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
इस्लामिक संस्थान के दौरे के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए मुत्ताकी ने दारुल उलूम में हुए भव्य स्वागत के लिए आभार व्यक्त किया।
इस्लामिक मदरसा के सैकड़ों छात्र और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग विदेशी गणमान्य व्यक्ति से हाथ मिलाने के लिए देवबंद परिसर में एकत्र हुए थे, लेकिन सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें रोक दिया।
अफगान विदेश मंत्री ने संवाददाताओं से कहा, “मैं इतने भव्य स्वागत और यहां के लोगों द्वारा दिखाए गए स्नेह के लिए आभारी हूं। मुझे उम्मीद है कि भारत-अफगानिस्तान के संबंध और आगे बढ़ेंगे।”
उन्होंने दोनों देशों के बीच “भविष्य में मजबूत संबंधों की उम्मीद” भी व्यक्त की।
#घड़ी | सहारनपुर, उत्तर प्रदेश | अफगान एफएम अमीर खान मुत्ताकी कहते हैं, “अब तक का सफर बहुत अच्छा रहा है। सिर्फ दारुल उलूम के लोग ही नहीं, बल्कि इलाके के सभी लोग यहां आए हैं। उन्होंने मेरा जो गर्मजोशी से स्वागत किया, उसके लिए मैं उनका आभारी हूं… मैं उनका आभारी हूं… pic.twitter.com/TQ7dUwRqPU– वर्ष (@ani) 11 अक्टूबर 2025
समाचार एजेंसी के हवाले से मुत्ताकी ने कहा, “हम नए राजनयिक भेजेंगे और मुझे उम्मीद है कि आप लोग भी काबुल का दौरा करेंगे। जिस तरह से दिल्ली में मेरा स्वागत किया गया, उससे मुझे भविष्य में मजबूत संबंधों की उम्मीद है। निकट भविष्य में ये दौरे अक्सर हो सकते हैं।”
मुत्ताकी की भारत यात्रा
मुत्ताकी छह दिवसीय यात्रा पर गुरुवार को नई दिल्ली पहुंचे, 2021 में तालिबान के सत्ता में लौटने के बाद से यह उनकी पहली भारत यात्रा है।
मुत्ताकी ने शुक्रवार को कहा था कि द्विपक्षीय संबंधों को बेहतर बनाने के लिए “कदम-दर-कदम” प्रयासों के तहत काबुल जल्द ही अपने राजनयिकों को भारत भेजेगा, हालांकि उन्होंने कहा कि तालिबान किसी को भी अन्य देशों के खिलाफ अफगान धरती का इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं देगा।
मुत्ताकी ने ट्रम्प प्रशासन द्वारा प्रतिबंधों के तहत लाए जाने के मद्देनजर ईरान में चाबहार बंदरगाह के विकास में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए भारत और अफगानिस्तान के साथ हाथ मिलाने की भी वकालत की।
अफगान विदेश मंत्री की भारत यात्रा अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि यह ऐसे समय में हुई है जब भारत और अफगानिस्तान दोनों के सीमा पार आतंकवाद सहित कई मुद्दों पर पाकिस्तान के साथ ठंडे रिश्ते चल रहे हैं।
(एजेंसियों से इनपुट के साथ)

शोभित गुप्ता News18.com में उप-संपादक हैं और भारत और अंतर्राष्ट्रीय समाचारों को कवर करते हैं। वह भारत के रोजमर्रा के राजनीतिक मामलों और भू-राजनीति में रुचि रखते हैं। उन्होंने बेन से बीए पत्रकारिता (ऑनर्स) की डिग्री हासिल की…और पढ़ें
शोभित गुप्ता News18.com में उप-संपादक हैं और भारत और अंतर्राष्ट्रीय समाचारों को कवर करते हैं। वह भारत के रोजमर्रा के राजनीतिक मामलों और भू-राजनीति में रुचि रखते हैं। उन्होंने बेन से बीए पत्रकारिता (ऑनर्स) की डिग्री हासिल की… और पढ़ें
देवबंद, भारत, भारत
11 अक्टूबर, 2025, 4:15 अपराह्न IST
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